उत्तराखंड में जमीन के सर्किल रेटों में होने वाली है बढ़ोत्तरी
नई दरें इसी महीने हो सकती हैं तय

सपना बुटोला/देहरादून
उत्तराखंड में इस महीने यानी फरवरी में भूमि के सर्किल रेट में वृद्धि की योजना बनाई जा रही है जिसकी दरें सरकार जल्द ही लागू कर सकती है। दरअसल इसका मुख्य उद्देश्य भूमि की वास्तविक कीमतों के अनुरूप दरें निर्धारित करना है जिससे राज्य में भूमि बाजार को और अधिक पारदर्शी बनाने की कोशिश की जाएगी। नई दरों के लागू होने से विभिन्न क्षेत्रों में संपत्ति की खरीद फरोख्त पर प्रभाव पड़ेगा जिससे राज्य के राजस्व में भी वृद्धि हो सकती है।
बता दें प्रदेश में वित्त विभाग ने राज्य मे जमीन की सर्किल दरो का प्रस्ताव तैयार कर लिया है जिसके तहत इसी महीने यानी फरवरी में सरकार सर्किल दरों मे 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकती है जिसके लिए बड़े शहरों के उन इलाकों में भूमि की सर्किल दरों में ज्यादा बढ़ोतरी होने के आसार है जो रोजाना नए कस्बो का रूप ले रहे हैं। हालांकि पारंपरिक तौर पर वित्त विभाग प्रत्येक वर्ष जनवरी महीने के आसपास सर्किल रेटो का निर्धारण करता है लेकिन इस बार शहरी निकाय चुनाव के कारण सर्किल रेट पर फैसला नहीं हो सका था लेकिन अब विभाग ने जिलाधिकारियों के साथ नई सर्किल दरो पर दो-तीन दौर की बैठके कर प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया है।
नए सर्किल रेट तय करने मे हर क्षेत्र के औद्योगिक व्यापारिक और आवासीय गतिविधियों की भी समीक्षा की गई जिन क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है वहां जमीनों के बाजार भाव में काफी इजाफा हुआ है उसी अनुपात में इन क्षेत्रों में सर्किल रेट में इजाफा किया जाएगा। जहां विकास की गतिविधियों में कमी आई है वहां के सर्किल रेट में कमी देखने को आएगी।
त्रिस्तरीय पंचायत चनाव से पहले बढ़ेंगे सर्किल रेट (Uttarakhand Land circle Rate)
बताया जा रहा है कि निकाय चुनाव के बाद अब त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव भी प्रस्तावित है लेकिन इससे पहले सरकार नई सर्किल दरो पर महत्वपूर्ण निर्णय ले सकती है। जिसके तहत आगामी कैबिनेट बैठक में सर्किल का प्रस्ताव लाया जाएगा । बताते चलें गढ़वाल में ऋषिकेश कर्ण प्रयाग रेलवे परियोजना के आकार लेने के बाद उसके आसपास के इलाकों में सर्किल दरो में इजाफा हो सकता है। इसके अलावा राजधानी देहरादून हरिद्वार और उधम सिंह नगर जिलों में भूमि की सर्किल दरे बढ़ सकती हैं।