डीएम सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में केंद्रीय विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक हुई संपन्न
शिक्षकों के योगदान, उचित प्रशिक्षण एवं छात्रों की शैक्षणिक और केन्द्रीय विद्यालय के स्थायी परिसर निर्माण पर हुई चर्चा

रुद्रप्रयाग। केन्द्रीय विद्यालय अगस्त्यमुनि में आज विद्यालय प्रबंधन समिति की तृतीय बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने की। बैठक में विद्यालय के शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा की गई, जिसमें विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति, अधोसंरचना सुधार और शिक्षकों के योगदान पर विशेष चर्चा हुई।
बैठक की शुरुआत विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती अदिति नेगी द्वारा की गई, जिसमें उन्होंने विद्यालय की अब तक की उपलब्धियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि छात्रों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के उद्देश्य से विद्यालय ने जैम पोर्टल के माध्यम से नौ इंटरैक्टिव पैनल खरीदे हैं, जिससे शिक्षण प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी एवं रोचक बनाया जा सके। यह कदम शिक्षा के डिजिटल रूपांतरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने विद्यालय के कार्यों की सराहना करते हुए शिक्षकों और कर्मचारियों को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही समाज के विकास की कुंजी है और इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। बैठक में विद्यालय के स्थायी परिसर के निर्माण को लेकर भी चर्चा की गई। जिलाधिकारी महोदय ने इस संदर्भ में प्रगति की जानकारी ली और वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त करने की प्रक्रिया पर विशेष जोर दिया।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इस प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा करें, ताकि विद्यालय को स्थायी परिसर का लाभ मिल सके और विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक माहौल उपलब्ध कराया जा सके।
विद्यार्थियों के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने पुस्तकालय में उच्च गुणवत्ता की और अधिक पुस्तकों को शामिल करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक वर्ष प्रतिष्ठित प्रकाशकों की पुस्तकों को छात्रों के लिए उपलब्ध कराया जाए, जिससे उनकी बौद्धिक क्षमता का विस्तार हो सके। इसके साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया कि कक्षा 11वीं के प्रारंभ में ही छात्रों की काउंसलिंग कराई जाए, जिससे वे अपने करियर का सही दिशा में चुनाव कर सकें।
इसके लिए विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों को आमंत्रित कर छात्रों का मार्गदर्शन कराने की योजना पर भी चर्चा हुई। बैठक के समापन पर जिलाधिकारी महोदय ने सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने हेतु निरंतर प्रयासरत रहने के लिए प्रेरित किया और विद्यालय प्रबंधन समिति को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. जितेन्द्र सिंह, डॉ. सीताराम नैथानी, संजय सजवाण, श्रीमती दीप्ति राणा, डॉ. नवीन चंद्र सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने जिलाधिकारी महोदय का धन्यवाद ज्ञापित किया और उनके मार्गदर्शन में विद्यालय को शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का संकल्प लिया।