प्रकृति की गोद में आस्था का केंद्र: कार्तिक स्वामी मंदिर”

विजय भट्ट,
वरिष्ठ पत्रकार देहरादून
रूद्रप्रयाग : कार्तिक स्वामी मंदिर उत्तराखंड राज्य में स्थित है और यह एक प्रमुख हिंदू धार्मिक स्थल है। यह मंदिर गढ़वाल क्षेत्र के रुद्रप्रयाग जिले में है। यह स्थान भगवान कार्तिक (भगवान शिव के जेष्ठ पुत्र) को समर्पित है। कार्तिक स्वामी मंदिर का निर्माण प्राचीन काल में हुआ था और यह एक प्राचीन संगीतान्तर मंदिर के रूप में जाना जाता है। यहां पर अनुष्ठान, पूजा, और अन्य धार्मिक कार्यक्रम नियमित रूप से होते हैं।
यह मंदिर अपने प्राकृतिक सौंदर्य, शांति और धार्मिक महत्त्व के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर धार्मिक आस्था के साथ-साथ पर्यटकों की भी भीड़ लगी रहती है जो इस प्राचीन मंदिर को दर्शन करने आते हैं।कार्तिक स्वामी यात्रा का उल्लेख तमिलनाडु और केरल में अधिक है। जून के महीने में हर साल यहां विशेष अनुष्ठान होता है। स्कंद पुराण में इस क्षेत्र का वर्णन है। यहां से हिमालय के दिव्य दर्शन होते हैं। सूर्योदय और सूर्य अस्त का यहां से मनमोहक नजारा दिखता है।
क्रौंच पर्वत:
भगवान कार्तिक स्वामी का मंदिर क्रौंच पर्वत पर स्थित है और यह एक प्रमुख पर्वत श्रृंग है। क्रौंच पर्वत का नाम वेदों में भी उल्लेखित है और यह भारतीय पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। क्रौंच पर्वत का प्राकृतिक सौंदर्य और मनोहारी वातावरण लोगों को आकर्षित करता है। इसके चारों ओर घने वन, ऊँची चोटियाँ हैं। यहां पर प्राकृतिक जीवन की विविधता भी है और यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है।
क्रौंच पर्वत के चारों ओर विविध वन्यजीवन संरक्षित क्षेत्र हैं, जिनमें बहुत सारी प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जैसे कि हिरन, गुलदार, भालू, और अन्य जानवर। यह स्थान यात्रा, ट्रैकिंग, और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए रमणीय है।